दुनिया मुझसे चलती है
- शैफाली
उनके पास जीवन है, विज्ञान है, ताकत भी है
उनके पास जोश है, ज्ञान है, नफरत भी है
उनके पास प्यार है और परमात्मा भी है
उनके पास पानी है और आग भी है
उनके पास निर्जीव, सजीव दोनों दुनिया है
मेरे पास सिर्फ एक देह, एक आत्मा और कुछ संवेदनाएँ हैं
फिर भी वो नहीं जानते ये दुनिया कैसे चलती है
और मैं कहती हूँ मैं इश्क हूँ और दुनिया मुझसे चलती है.....
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3 comments:
ख़ूबसूरत कविता है।
अच्छी रचना ...
bilkul sach kahate ho aap....ishk se hi to chalti hai duniya....nafrat vale to kabkaa ise mita daalte....!!
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