भक्ति
नदीम अहमद नदीम
शर्मा जी की तबीयत देर रात्रि अचानक खराब हो गई। शर्मा जी हार्ट पेशेन्ट तो थे ही, घर वाले उनको लेकर तुरन्त अस्पताल की ओर दौड़ पड़े।
थोड़ी दूरी पर ही मुख्य मार्ग पर बीच में मंच बनाकर जागरण का कार्यक्रम चल रहा था। टैक्सी वाले ने ब्रेक लगा दिया।
शर्मा जी का बड़ा लड़का मंच के पास गया। एक आदमी से हाथ जोड़कर प्रार्थना की साहब मंच के पास थोड़ी जगह है अगर आप लोग थोड़ी मदद करें तो टैक्सी निकल सकती है।
आप पीछे की गली से गाड़ी ले जाओ। देखा नहीं बाबा का जागरण चल रहा है लोग भड़क जायेंगे। काफ़ी अनुनय विनय के बाद भी वो आदमी टस से मस नहीं हुआ। मजबूरन टैक्सी को दूसरे रास्ते से होकर ले जाना पड़ा।
लेकिन तब तक अस्पताल पहुंचने में काफ़ी देर हो चुकी थी।
बाबा भक्तों की भक्ति से प्रसन्न हुए या नहीं ये तो बाबा जाने या ईश्वर.....।
शर्मा जी की तबीयत देर रात्रि अचानक खराब हो गई। शर्मा जी हार्ट पेशेन्ट तो थे ही, घर वाले उनको लेकर तुरन्त अस्पताल की ओर दौड़ पड़े।
थोड़ी दूरी पर ही मुख्य मार्ग पर बीच में मंच बनाकर जागरण का कार्यक्रम चल रहा था। टैक्सी वाले ने ब्रेक लगा दिया।
शर्मा जी का बड़ा लड़का मंच के पास गया। एक आदमी से हाथ जोड़कर प्रार्थना की साहब मंच के पास थोड़ी जगह है अगर आप लोग थोड़ी मदद करें तो टैक्सी निकल सकती है।
आप पीछे की गली से गाड़ी ले जाओ। देखा नहीं बाबा का जागरण चल रहा है लोग भड़क जायेंगे। काफ़ी अनुनय विनय के बाद भी वो आदमी टस से मस नहीं हुआ। मजबूरन टैक्सी को दूसरे रास्ते से होकर ले जाना पड़ा।
लेकिन तब तक अस्पताल पहुंचने में काफ़ी देर हो चुकी थी।
बाबा भक्तों की भक्ति से प्रसन्न हुए या नहीं ये तो बाबा जाने या ईश्वर.....।
1 comments:
essa bhi ho jata hai .....
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