VIJAY KUMAR SAPPATTIजो दर्द तुमने मुझे दिए ,वो अब तक संभाले हुए है !!कुछ तेरी खुशियाँ बन गई हैकुछ मेरे गम बन गए हैकुछ तेरी जिंदगी बन गई हैकुछ मेरी मौत बन गई हैजो दर्द तुमने मुझे दिए ,वो अब तक संभाले हुए है !!
bahutkhub
बेहतरीन!! बहुत बढ़िया.
बहुत बढिया!!!
लाजवाब लिखा है आपने...वाह...नीरज
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4 comments:
bahutkhub
बेहतरीन!! बहुत बढ़िया.
बहुत बढिया!!!
लाजवाब लिखा है आपने...वाह...
नीरज
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